Monday, February 27, 2012

sab kuch ulta-pulta


This is dedicated to My Guru!

I was told
‘This is like
once in a lifetime opportunity
to express your feelings’
but
what I expressed
everybody heard
but I didn’t know even…
My voice was weak
words were helpless
intellect was of no use
and, heart was in strange mood
everybody was laughing
but I was unaware of my words
I was numb
but then
He expressed
silently
that He knew
what I wanted to express :)

Wednesday, January 18, 2012

...मंजिल...




चाहतों को ऐसे ही जवां रहने दो
महोब्बतों को यु ही तरसने दो
क्या पता...
किस मोड़ पे मंजिल मिल जाये :)

पर याद रखना...
मंजिल के रस्तों  में जो सज़ा है
उसी से ही मंजिल पाने का मज़ा है :) :)

वरना मंजिल क्या है...
अपने आप में एक ठहराव ही तो है
और ठहराव किसे पसंद है...
ना ज़िन्दगी को और
ना ही ज़िन्दगी जीने  वालों को :) :) :)


एक प्यारा सा बदलाव :) दिन बदला, साल बदला बदला हर मौसम भी, फिर भी अपना प्यार न बदला जबकि बदले कुछ तुम भी और कुछ हम भी ये भी एक सच है इ...