Tuesday, January 21, 2020



एक प्यारा सा बदलाव :)




दिन बदला, साल बदला
बदला हर मौसम भी,
फिर भी अपना प्यार न बदला
जबकि बदले कुछ तुम भी और कुछ हम भी


ये भी एक सच है
इस प्यार ने अब एक रूप लिया है, मनमोहक सा
अपनी ही धुन में
माँ माँ
बा बा
जब जब बोलता है वो
सारी चीजे छोड़, मन सुनता है वो


कहते है भगवान् दिखता नहीं पर
मेरे यहाँ तो, वो हसता है, मुस्कराता है, रोता  है
हर समय एहसास दिलाता है
कि हर दिल में है रब बसता, जो ध्यान रखता है उसका ,
जो उसको अपना  है समझता 


ये अपनापन सच्चा है , ये बदलाव अच्छा है
और ये समझ में भी आया है
कि हम सबके प्लान से ऊपर भी उसने एक मास्टर प्लान बनाया है
जिसने सारी  दुनिया को अपने ही तरीके से सब सिखाया है


एक प्यारा सा बदलाव जिंदगी में आया है
जिसका रंग हर समय दिल पर छाया है !


Thursday, January 16, 2020



सतर्क नागरिक 





आज देश को जरुरत है सतर्क नागरिको की 
क्यों न हम ही पहल करे सतर्कता अपनाने की 

सतर्क नागरिक यानि जागरूक नागरिक 
जागरूक, न केवल अपने अधिकारों के लिए 
बल्कि अपने कर्तव्यों के लिए भी 

हम सोचते है सबसे पहले अपने परिवार के लिए 
फिर अपने समाज के लिए 
बिलकुल सही  
क्युकि परिवार ही है समाज की सबसे छोटी इकाई
उसी में है हमारी पूरी दुनिया समाई 
लेकिन
केवल अपने परिवार के लिए सोच कर ही रुकना नहीं 
समाज के लिए सोचना ही है, जागरूकता सही 

केवल अपने बारे में सोचना भ्रष्टाचार बढ़ाता  है 
जबकि देश के लिए सोचना सबकी तरक्की और विकास लाता है 

आओ मिलकर प्रण  ले 
सामाजिक सतर्कता के साथ-साथ 
राजनैतिक, आर्थिक और कानून सम्बन्धी भी 
अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सतर्क रहेंगे 
और भ्रष्टाचार को जड़ से ख़त्म करेंगे 

क्युकि आज देश को जरुरत है सतर्क नागरिको की 
क्यों न हम ही पहल करे सतर्कता अपनाने की !!



PS: Written earlier for a contest, organised during vigilance awareness week in office and won a consolation prize :)

एक प्यारा सा बदलाव :) दिन बदला, साल बदला बदला हर मौसम भी, फिर भी अपना प्यार न बदला जबकि बदले कुछ तुम भी और कुछ हम भी ये भी एक सच है इ...